आप अपने काम मे जी तोड़ मेहनत करते है उसे सबसे बेहतर सबसे अलग और सबसे प्रभावशाली बनाने मे कोई कसर नही छोड़ते ! और आपको इसके साथ कूछ महत्व्पूर्ण जिम्मेदारियां भी सौंपी जाती है और बेहतर काम के बारे मे सभी के दिल मे आपका ही नाम आता हो ! लेकिन फ़िर भी क्यों नही बन सकते आप स्टार वो कौन सा कार्य है जो मैने नही किया फ़िर मेरी प्रशंसा क्यों नही होती !!
एक लेखक अपने अनुभाओ के आधर पर बताते है कार्यक्षेत्र मे top पर पहुँचने वाला हर व्यक्ति हुनरमंद हो ये जरूरी नही ! लेकिन उसमे एक खास गुण जरूर होता है वह अपनी अहमियत और काबिलियत को अपनी company के महत्वपूर्ण लोगो तक प्रभावशाली ढंग से पहुँचाना जानता है!
यदि ये सब कूछ कर रहे है आपने कम्पनी को अपना पूरा समर्पण दे दिया है फ़िर कोई आप को नही जानता इसके कई कारण हो सकते है !!
कही ऐसा तो नही आप पर्दे के पीछे काम करते रहते है और उसे सामने लाने मे हिचकिचाते है यदि आप अपना काम अपनी उपलब्धियों या उसके प्रभाव को लेकर बेहद निष्कर्ष रुख अपनाते है और आपने जितनी महनत से काम किया उसके बारे मे अपने boss को नही बता पाते अपने हुनर को छिपाये रखते है !!
E. यदि आप अपने काम मे जी तोड़ मेहनत करके काम को पूरा करते है फ़िर भी कोई आपके काम की प्रशंसा नही करते है आपके अंदर हुनर है आपमे वो ताकत है फ़िर कौन नही चहियेगा उसके काम कि प्रशंसा हो !!!
यदि आपके साथ ऐसा हुआ हो या हो भी सकता है ! इसलिए हम आपको कूछ महत्वपूर्ण बाते बता रहे है ! जिनसे आपका रवैया ही बदल जायेगा और आप बन जायेगे स्टार !!
कूछ खास बाते'!!
कम्पनी के हित मे कदम बढ़ाये !!
सिर्फ अंतिम परिणाम ही नही किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने मे आपने क्या क्या क़दम उठाए.किस प्रकार अपना योगदान दिया उसमे आये प्रोब्लम को आपने कैसे हल किया इस बाते की चर्चा अपने boss से सहज ढंग से करे !
ध्यान रहे की इस अभिव्यक्ति मे आत्म-प्रशंसा का स्वर न हो अपने ग्रुप या कम्पनी के हितो को केंद्रित करते हुऐ अपने योगदान को भी सामने लाये !
सीखने कि लगन !!
अपने काम से जुड़ी हर उपलब्धि हर जानकारी को रेखांकित करते रहे
E. कैसे सेल्स मे बढ़ोत्तरी ज्यादा से ज्यादा क्लाइंट्स को कम्पनी की मेलिंग लिस्ट मे शामिल करना आदि !
अगर किसी क्लाइंट या वरिष्ट सहकर्मी से आपके काम की प्रशंसा मिलती है और ये लिखित मे तो ऐसे फाइल परफॉरमेंस रिव्यू जैसे मौकों पर इनको सामने लाए ! अगर किसी टर्म मे आपके प्रयास से कम्पनी को लक्ष्य प्राप्त करने मे सहायता मिली है तो उससे जुड़ी जानकारी भी सामने लाये ! हो सकता है की आपके आपके boss को इनमें से कूछ बातो की जानकारी हो लेकिन वे इन्हे हर समय याद रख पाये.ये जरूरी नही!! ये केवल मौजूदा तौर पर ही नही.भविष्य मे आपके आगे के काम को आसानी से पहचान दिलाने मे मदद करेगा
फीडबैक !!
एक मल्टीनेशनल कम्पनी के एचआर राजीव शुक्ला कहते है ! की अपने boss की साथ सकरात्मक रिश्ता कायम रखे !.अप्रेजल के वक्त ही नही बल्कि बीच बीच मे भी आपने काम से जुड़ी ज़िम्मेदारियों,अपेक्षाओं के बारे मे फीडबैक लेते रहे ! आपको समझना होगा की आपके बॉस को भी आप ही तरह कूछ टारगेट प्राप्त करने होते है !! वे तभी सम्भव है,जब आप एक टीम के रुप मे उन्हे सहयोग दे! आपने सीनियरस से पूछे की आप आज बीते कल से बेहतर कैसे कर सकते है ! पिछले वर्ष की चर्चा करते वक्त जाने की आप कितने सफल रहे !- इससे आपको आप से अपेक्षाओं के के बारे मे जानकारी मिलेगी ! इससे बेहद सहज रुप से आप अपने काम को boss के सामने ला पाएगे! फीडबैक लेते समय जहाँ खुद से जुड़े नेगिटिव- पॉज़िटिव पहलुओं को समझे. वही बड़ी जिम्मेदारियों को लेने के लिये सबसे पहले आगे क़दम बढाए !!
दूसरो को सराहें !!
यदि आप चाहते है आपको अपने काम का श्रेय मिले.इसमे आपके बॉस की जितनी भूमिका है.उतना ही योगदान आपके सहकर्मियों का भी हो सकता है ! अगर आप चाहते है सराहना या श्रेय मिले तो याद रखे की यही आपको दूसरो के लिये भी करना है ! अपने सहकर्मियों के काम की खुल कर सराहना करे ! और उन्हे भी उसका श्रेय दिलाने की कोशिश करे.!
याद रहे! आप जितना किसी के लिये करते है वो उससे ज्यादा आपको देने की कोशिश करेगा !
सिर्फ ग्रुप प्रोजेक्टस ही नही. बल्कि व्यक्तिगत जिम्मेदारियों मे भी दूसरो की सराहना करना सीखे ! इसे आप एक साकारात्मक फीडबैक चक्र भी कह सकते है !! यह अन्य लोगो को आपके प्रति भी यही रवैया अपनाने के प्रोत्साहित करेगा !!
अतिरिक्त जिम्मेदारियां !!
आपने से जुड़ी निश्चित जिम्मेदारियों को तो आप अच्छी तरह से निभाते ही है.पर जरूरत पढ़ने पर किसी भी काम मे अपना योगदान देने के लिये सबसे पहले करे ! अपने काम से अतिरिक्त जिम्मेदारियां उठाना कम्पनी के प्रति आपकी कबिलियत को दर्शाता है ! इसका असर सीधे तौर पर आपकी छवि को निखारेगा ! यह आपकी सीख को बढ़ाने और आपके वास्तविक काम के लिये श्रेय दिलाने मे भी मदद करेगा !!
जाने कम्पनी के लक्ष्य
अक्सर ऐसा होता है मौजूदा कम्पनी मे कितना भी अच्छा काम कर लो उसकी कोई कद्र नही है ! बहुत से कर्मियों की यही शिकयत रहती है ! दरअसल आप मे हुनर होने के बावजूद भी कूछ अच्छा नही चल रहा है तो कही आपकी रणनीति मे कोई कमी है ! आप नही जानते की अपनी कुशलता और मेहनत को किस दिशा मे लगाना चाहिये ! आप जिस काम अपनी जान झोंक देते है ! हो सकता है की आपकी कम्पनी के नजरिये से ज्यादा महत्वपूर्ण न हो ! ऐसे मे अपनी मेहनत का श्रेय मिलने की अपेक्षा करना सही नही ! इसलिये कोई भी नया प्रोजेक्ट आने पर आगे आकर पहल करे !
प्रशंसा को न नकारे !!
अच्छे काम के लिये जब भी आपकी तरीफ हो विन्रमता उसे स्वीकार करने मे कोई संकोच न करे ! आपने इसके लिये कड़ी मेहनत की है ! जो दूसरो से तारीफ पाने से पहले आपको खुद मे यह विश्वास जगना होगा ! आपने बेहतर करने की पूरी कोशिश की ! अपनी मेहनत पर मिलने वली शाबासी लेने से बिल्कुल भी संकोच न करे ! या हिचकिचाए नही ! और इस बात का हमेशा ध्यान रखे ऐसा न कहे की आपने ऐसा कूछ काम भी नही किया ! कई बार अक्सर लोग ऐसा बोलते है मैं इस काम के काबिल नही था ! या मैने कूछ खास नही किया !
यदि दूसरे लोग आपके काम मे योगदान दे ये जरूरी नही ! खुद अपने काम को करके प्रशंसा के योग्य बने !!
खुद पर भरोसा !!!
क्या आप यह सोचते है आप बेहतर है ! फ़िर आपके काम कई प्रशंसा तो होनी चहिये ! कही ऐसा तो नही आप खुद को सर्वश्रेष्ठ मान कर सुधार कई सम्भावना से मुँह फेर लेते है ! यह अच्छी बात है आप सभी को अपनी योग्यताओ और क्षमताओं पर भरोसा जरूर करना चहिये ! यह काम को बेहतर ढंग से करने मे आपकी मदद करता है!
और साथ ही यह समझना भी जरूरी है कि काम भले ही कितना भी अच्छा हुआ हो उसने कूछ अलग व नया करने कि सम्भावना हमेशा बनी रहती है !
और न हो यह गलती !!
अक्सर खुद को अधिक स्मार्ट दिखाने के लिये कर्मचारी अपने आइडियास कि बौछार करते रहते है !- अपने अच्छे सुझावों अनौपचारिक मीटिंग्स मे किसी से भी बाँटने के जगह ऑफिशियल मीटिंग्स मे सबके सामने पेश करे ! यह सबसे बेस्ट तरीका है जहाँ पर आपके आइडियास को कद्र होगी !
आपको यह जानकारी कैसे लगी ! या कोई भी सवाल हो plz कॉमेंट्स के मध्यम से हमे जरूर बताये !!!!!
एक लेखक अपने अनुभाओ के आधर पर बताते है कार्यक्षेत्र मे top पर पहुँचने वाला हर व्यक्ति हुनरमंद हो ये जरूरी नही ! लेकिन उसमे एक खास गुण जरूर होता है वह अपनी अहमियत और काबिलियत को अपनी company के महत्वपूर्ण लोगो तक प्रभावशाली ढंग से पहुँचाना जानता है!
यदि ये सब कूछ कर रहे है आपने कम्पनी को अपना पूरा समर्पण दे दिया है फ़िर कोई आप को नही जानता इसके कई कारण हो सकते है !!
कही ऐसा तो नही आप पर्दे के पीछे काम करते रहते है और उसे सामने लाने मे हिचकिचाते है यदि आप अपना काम अपनी उपलब्धियों या उसके प्रभाव को लेकर बेहद निष्कर्ष रुख अपनाते है और आपने जितनी महनत से काम किया उसके बारे मे अपने boss को नही बता पाते अपने हुनर को छिपाये रखते है !!
E. यदि आप अपने काम मे जी तोड़ मेहनत करके काम को पूरा करते है फ़िर भी कोई आपके काम की प्रशंसा नही करते है आपके अंदर हुनर है आपमे वो ताकत है फ़िर कौन नही चहियेगा उसके काम कि प्रशंसा हो !!!
यदि आपके साथ ऐसा हुआ हो या हो भी सकता है ! इसलिए हम आपको कूछ महत्वपूर्ण बाते बता रहे है ! जिनसे आपका रवैया ही बदल जायेगा और आप बन जायेगे स्टार !!
कूछ खास बाते'!!
कम्पनी के हित मे कदम बढ़ाये !!
सिर्फ अंतिम परिणाम ही नही किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने मे आपने क्या क्या क़दम उठाए.किस प्रकार अपना योगदान दिया उसमे आये प्रोब्लम को आपने कैसे हल किया इस बाते की चर्चा अपने boss से सहज ढंग से करे !
ध्यान रहे की इस अभिव्यक्ति मे आत्म-प्रशंसा का स्वर न हो अपने ग्रुप या कम्पनी के हितो को केंद्रित करते हुऐ अपने योगदान को भी सामने लाये !
सीखने कि लगन !!
अपने काम से जुड़ी हर उपलब्धि हर जानकारी को रेखांकित करते रहे
E. कैसे सेल्स मे बढ़ोत्तरी ज्यादा से ज्यादा क्लाइंट्स को कम्पनी की मेलिंग लिस्ट मे शामिल करना आदि !
अगर किसी क्लाइंट या वरिष्ट सहकर्मी से आपके काम की प्रशंसा मिलती है और ये लिखित मे तो ऐसे फाइल परफॉरमेंस रिव्यू जैसे मौकों पर इनको सामने लाए ! अगर किसी टर्म मे आपके प्रयास से कम्पनी को लक्ष्य प्राप्त करने मे सहायता मिली है तो उससे जुड़ी जानकारी भी सामने लाये ! हो सकता है की आपके आपके boss को इनमें से कूछ बातो की जानकारी हो लेकिन वे इन्हे हर समय याद रख पाये.ये जरूरी नही!! ये केवल मौजूदा तौर पर ही नही.भविष्य मे आपके आगे के काम को आसानी से पहचान दिलाने मे मदद करेगा
फीडबैक !!
एक मल्टीनेशनल कम्पनी के एचआर राजीव शुक्ला कहते है ! की अपने boss की साथ सकरात्मक रिश्ता कायम रखे !.अप्रेजल के वक्त ही नही बल्कि बीच बीच मे भी आपने काम से जुड़ी ज़िम्मेदारियों,अपेक्षाओं के बारे मे फीडबैक लेते रहे ! आपको समझना होगा की आपके बॉस को भी आप ही तरह कूछ टारगेट प्राप्त करने होते है !! वे तभी सम्भव है,जब आप एक टीम के रुप मे उन्हे सहयोग दे! आपने सीनियरस से पूछे की आप आज बीते कल से बेहतर कैसे कर सकते है ! पिछले वर्ष की चर्चा करते वक्त जाने की आप कितने सफल रहे !- इससे आपको आप से अपेक्षाओं के के बारे मे जानकारी मिलेगी ! इससे बेहद सहज रुप से आप अपने काम को boss के सामने ला पाएगे! फीडबैक लेते समय जहाँ खुद से जुड़े नेगिटिव- पॉज़िटिव पहलुओं को समझे. वही बड़ी जिम्मेदारियों को लेने के लिये सबसे पहले आगे क़दम बढाए !!
दूसरो को सराहें !!
यदि आप चाहते है आपको अपने काम का श्रेय मिले.इसमे आपके बॉस की जितनी भूमिका है.उतना ही योगदान आपके सहकर्मियों का भी हो सकता है ! अगर आप चाहते है सराहना या श्रेय मिले तो याद रखे की यही आपको दूसरो के लिये भी करना है ! अपने सहकर्मियों के काम की खुल कर सराहना करे ! और उन्हे भी उसका श्रेय दिलाने की कोशिश करे.!
याद रहे! आप जितना किसी के लिये करते है वो उससे ज्यादा आपको देने की कोशिश करेगा !
सिर्फ ग्रुप प्रोजेक्टस ही नही. बल्कि व्यक्तिगत जिम्मेदारियों मे भी दूसरो की सराहना करना सीखे ! इसे आप एक साकारात्मक फीडबैक चक्र भी कह सकते है !! यह अन्य लोगो को आपके प्रति भी यही रवैया अपनाने के प्रोत्साहित करेगा !!
अतिरिक्त जिम्मेदारियां !!
आपने से जुड़ी निश्चित जिम्मेदारियों को तो आप अच्छी तरह से निभाते ही है.पर जरूरत पढ़ने पर किसी भी काम मे अपना योगदान देने के लिये सबसे पहले करे ! अपने काम से अतिरिक्त जिम्मेदारियां उठाना कम्पनी के प्रति आपकी कबिलियत को दर्शाता है ! इसका असर सीधे तौर पर आपकी छवि को निखारेगा ! यह आपकी सीख को बढ़ाने और आपके वास्तविक काम के लिये श्रेय दिलाने मे भी मदद करेगा !!
जाने कम्पनी के लक्ष्य
अक्सर ऐसा होता है मौजूदा कम्पनी मे कितना भी अच्छा काम कर लो उसकी कोई कद्र नही है ! बहुत से कर्मियों की यही शिकयत रहती है ! दरअसल आप मे हुनर होने के बावजूद भी कूछ अच्छा नही चल रहा है तो कही आपकी रणनीति मे कोई कमी है ! आप नही जानते की अपनी कुशलता और मेहनत को किस दिशा मे लगाना चाहिये ! आप जिस काम अपनी जान झोंक देते है ! हो सकता है की आपकी कम्पनी के नजरिये से ज्यादा महत्वपूर्ण न हो ! ऐसे मे अपनी मेहनत का श्रेय मिलने की अपेक्षा करना सही नही ! इसलिये कोई भी नया प्रोजेक्ट आने पर आगे आकर पहल करे !
प्रशंसा को न नकारे !!
अच्छे काम के लिये जब भी आपकी तरीफ हो विन्रमता उसे स्वीकार करने मे कोई संकोच न करे ! आपने इसके लिये कड़ी मेहनत की है ! जो दूसरो से तारीफ पाने से पहले आपको खुद मे यह विश्वास जगना होगा ! आपने बेहतर करने की पूरी कोशिश की ! अपनी मेहनत पर मिलने वली शाबासी लेने से बिल्कुल भी संकोच न करे ! या हिचकिचाए नही ! और इस बात का हमेशा ध्यान रखे ऐसा न कहे की आपने ऐसा कूछ काम भी नही किया ! कई बार अक्सर लोग ऐसा बोलते है मैं इस काम के काबिल नही था ! या मैने कूछ खास नही किया !
यदि दूसरे लोग आपके काम मे योगदान दे ये जरूरी नही ! खुद अपने काम को करके प्रशंसा के योग्य बने !!
खुद पर भरोसा !!!
क्या आप यह सोचते है आप बेहतर है ! फ़िर आपके काम कई प्रशंसा तो होनी चहिये ! कही ऐसा तो नही आप खुद को सर्वश्रेष्ठ मान कर सुधार कई सम्भावना से मुँह फेर लेते है ! यह अच्छी बात है आप सभी को अपनी योग्यताओ और क्षमताओं पर भरोसा जरूर करना चहिये ! यह काम को बेहतर ढंग से करने मे आपकी मदद करता है!
और साथ ही यह समझना भी जरूरी है कि काम भले ही कितना भी अच्छा हुआ हो उसने कूछ अलग व नया करने कि सम्भावना हमेशा बनी रहती है !
और न हो यह गलती !!
अक्सर खुद को अधिक स्मार्ट दिखाने के लिये कर्मचारी अपने आइडियास कि बौछार करते रहते है !- अपने अच्छे सुझावों अनौपचारिक मीटिंग्स मे किसी से भी बाँटने के जगह ऑफिशियल मीटिंग्स मे सबके सामने पेश करे ! यह सबसे बेस्ट तरीका है जहाँ पर आपके आइडियास को कद्र होगी !
आपको यह जानकारी कैसे लगी ! या कोई भी सवाल हो plz कॉमेंट्स के मध्यम से हमे जरूर बताये !!!!!
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